रिमझिम के तराने ले के - Rimjhim Ke Tarane Le Ke (Md.Rafi, Geeta Dutt, Kala Bazar) – (हिन्दी में लिरिक्स)
Movie/Album: काला बाज़ार (1960)
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: मो.रफ़ी, गीता दत्त
रिमझिम के तराने ले के आई बरसात
याद आये किसी से वो पहली मुलाक़ात
रिमझिम के तराने...
भीगे तनमन पड़े रस की फुहार
प्यार का संदेसा लाई बरखा बहार
मैं ना बोलू आँखे करे अँखियों से बात
रिमझिम के तराने...
सुन के मतवाले काले बादलों का शोर
रुमझुम, घुमघुम नाचे मन का मोर
सपनों का साथी चल रहा है मेरे साथ
रिमझिम के तराने...
जब मिलते हो तुम तो
छिड़ते हैं दिल के तार
मिलने को तुमसे मैं
क्यूँ था बेकरार
रह जाती हैं क्यों होठों तक
आ के दिल की बात
रिमझिम के तराने...
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: मो.रफ़ी, गीता दत्त
रिमझिम के तराने ले के आई बरसात
याद आये किसी से वो पहली मुलाक़ात
रिमझिम के तराने...
भीगे तनमन पड़े रस की फुहार
प्यार का संदेसा लाई बरखा बहार
मैं ना बोलू आँखे करे अँखियों से बात
रिमझिम के तराने...
सुन के मतवाले काले बादलों का शोर
रुमझुम, घुमघुम नाचे मन का मोर
सपनों का साथी चल रहा है मेरे साथ
रिमझिम के तराने...
जब मिलते हो तुम तो
छिड़ते हैं दिल के तार
मिलने को तुमसे मैं
क्यूँ था बेकरार
रह जाती हैं क्यों होठों तक
आ के दिल की बात
रिमझिम के तराने...