देगा जान - Dega Jaan (Sachin-Jigar, Mellow D, Shreya Ghoshal, The Family Man) – (हिन्दी में लिरिक्स)
Movie/Album: द फैमिली मैन (2019)
Music By: सचिन-जिगर
Lyrics By: मेलो डी
Performed By: सचिन-जिगर, मेलो डी, श्रेया घोषाल
(आपको बता दें कि ये जो आतंकवादी हमला है...
हे ए ए
कल करे सो आज कर
आज करे सो अब (अब)
घिस रहा है रोज़ तू
फल मिलेगा कब?
(हाहाहा)
इसकी-उसकी, खुद की खुशी के लिए
तूने क्या-क्या किया
पढ़-लिख के क़ाबिल बना,
फिर सब कुछ हासिल किया
ख़्वाहिशें ना होती ख़तम
कम पड़ जाती हर रकम
छीन ही ना लें दम तेरे बढ़ते ये कदम
किसके लिए तू देगा जान, अपनी जान बोल
किसके लिए तू देगा जान, अपनी जान बोल
तू ये ना जाने तेरी जाँ बेपनाह है
बेगुनाह दुनिया या तू बेगुनाह है
तू ये ना जाने तेरी जाँ बेपनाह है
झूठ ही सच, सच कहना मना है
किसके लिए तू देगा जान, अपनी जान बोल
ग म प ध ग रे ग म प
नि ध प म ग रे ग म प
ग म प म म प ध प
प ध नि ध म प ध नि
ग रे स नि ध प ग रे स
सोच, सोच, सोच, सोच, सोच
दिमाग को खोद, खोद, खोद, खोद, खोद
सोच, सोच, सोच, सोच, सोच
दिमाग को खोद, खोद, खोद, खोद, खोद
तू जिया अपने प्यार के लिए
संसार के लिए, सरकार के लिए
तू जिया संस्कार के लिए
घरबार, कारोबार के लिए
कोई जिए एतबार के लिए
ईएमआई वाली कार के लिए
किसी का मक़सद भंड होना
बस शनिवार इतवार के लिए
सोच, सोच, सोच, सोच, सोच
दिमाग को खोद, खोद, खोद, खोद, खोद
सोच, सोच, सोच, सोच, सोच
दिमाग को खोद, खोद, खोद, खोद, खोद
दो पल की ज़िंदगी, क्या-क्या करेगा
किसके लिए तू सूली चढ़ेगा
जिया तो भाई तू सब के लिए
पर किसके लिए मरेगा
किसके लिए तू देगा जान...
सोच, सोच, सोच, सोच, सोच
दिमाग को खोद, खोद, खोद, खोद, खोद
किसके लिए तू देगा जान, अपनी जान बोल
सोच, सोच, सोच, सोच, सोच
दिमाग को खोद, खोद, खोद, खोद, खोद
किसके लिए तू देगा जान, अपनी जान बोल
Music By: सचिन-जिगर
Lyrics By: मेलो डी
Performed By: सचिन-जिगर, मेलो डी, श्रेया घोषाल
(आपको बता दें कि ये जो आतंकवादी हमला है...
हे ए ए
कल करे सो आज कर
आज करे सो अब (अब)
घिस रहा है रोज़ तू
फल मिलेगा कब?
(हाहाहा)
इसकी-उसकी, खुद की खुशी के लिए
तूने क्या-क्या किया
पढ़-लिख के क़ाबिल बना,
फिर सब कुछ हासिल किया
ख़्वाहिशें ना होती ख़तम
कम पड़ जाती हर रकम
छीन ही ना लें दम तेरे बढ़ते ये कदम
किसके लिए तू देगा जान, अपनी जान बोल
किसके लिए तू देगा जान, अपनी जान बोल
तू ये ना जाने तेरी जाँ बेपनाह है
बेगुनाह दुनिया या तू बेगुनाह है
तू ये ना जाने तेरी जाँ बेपनाह है
झूठ ही सच, सच कहना मना है
किसके लिए तू देगा जान, अपनी जान बोल
ग म प ध ग रे ग म प
नि ध प म ग रे ग म प
ग म प म म प ध प
प ध नि ध म प ध नि
ग रे स नि ध प ग रे स
सोच, सोच, सोच, सोच, सोच
दिमाग को खोद, खोद, खोद, खोद, खोद
सोच, सोच, सोच, सोच, सोच
दिमाग को खोद, खोद, खोद, खोद, खोद
तू जिया अपने प्यार के लिए
संसार के लिए, सरकार के लिए
तू जिया संस्कार के लिए
घरबार, कारोबार के लिए
कोई जिए एतबार के लिए
ईएमआई वाली कार के लिए
किसी का मक़सद भंड होना
बस शनिवार इतवार के लिए
सोच, सोच, सोच, सोच, सोच
दिमाग को खोद, खोद, खोद, खोद, खोद
सोच, सोच, सोच, सोच, सोच
दिमाग को खोद, खोद, खोद, खोद, खोद
दो पल की ज़िंदगी, क्या-क्या करेगा
किसके लिए तू सूली चढ़ेगा
जिया तो भाई तू सब के लिए
पर किसके लिए मरेगा
किसके लिए तू देगा जान...
सोच, सोच, सोच, सोच, सोच
दिमाग को खोद, खोद, खोद, खोद, खोद
किसके लिए तू देगा जान, अपनी जान बोल
सोच, सोच, सोच, सोच, सोच
दिमाग को खोद, खोद, खोद, खोद, खोद
किसके लिए तू देगा जान, अपनी जान बोल