कभी तुम्हें - Kabhii Tumhhe (Darshan Raval, Palak Muchhal, Shershaah) – (हिन्दी में लिरिक्स)
Movie/ Album: शेरशाह (2021)
Music By: जावेद-मोहसिन
Lyrics By: रश्मी विराग
Performed By: दर्शन रावल, पलक मुछाल
दर्शन रावल
तुम अगर मनाओगे तो मान जाऊँगा
मैं तेरे बुलाने पे लौट आऊँगा
हर सफर में साथ तेरा
मैं यूँ ही निभाऊँगा
कभी तुम्हें याद मेरी आए
पलकों से जुल्फ हटा लेना
साफ दिखूँगा मैं तुमको वहीं
जो न दिखूँ तो बता देना
कभी मुझे देर जो हो जाये
वक्त को थोड़ा बचा लेना
फिर से मिलूँगा मैं तुमको वहीं
जो न मिलूँ तो सज़ा देना
मेरी ज़मीं को तेरे कदम का
ना जाने कब से था इंतज़ार
इक ना इक दिन आना है तुमको
दिल को मेरे है ये ऐतबार
मैं खुदा से तेरे सिवा
कुछ और ना मागूँगा
कभी तुम्हें याद मेरी आए
इतनी सी बात समझ जाना
फिर से मिलूँगा मैं तुमको वहीं
राह से मेरी गुज़र जाना
पलक मुछाल
मेरे तुम्हारे ख्वाब वो सारे
देखे तो जो सच होंगे यहीं
होंगे जुदा ना, तुमने कहा था
आएगा पल ये सोचा नहीं
ये भी कहा था तुमने मुझे
मैं दूर न जाऊँगा
दिल को मेरे समझ आया
तेरा बिन बोले चले जाना
कभी तुम्हें याद मेरी आए
राह से मेरी गुज़र जाना
तुम अगर मनाओगे तो मान जाऊँगी
मैं तेरे बुलाने पे लौट आऊँगी
हर सफ़र में साथ तेरा
मैं यूँ ही निभाऊँगी
कभी तुम्हें याद मेरी आए
पलकों को अपनी उठा लेना
साफ दिखूँगी मैं तुमको वहीं
जो न दिखूँ तो बता देना
Music By: जावेद-मोहसिन
Lyrics By: रश्मी विराग
Performed By: दर्शन रावल, पलक मुछाल
दर्शन रावल
तुम अगर मनाओगे तो मान जाऊँगा
मैं तेरे बुलाने पे लौट आऊँगा
हर सफर में साथ तेरा
मैं यूँ ही निभाऊँगा
कभी तुम्हें याद मेरी आए
पलकों से जुल्फ हटा लेना
साफ दिखूँगा मैं तुमको वहीं
जो न दिखूँ तो बता देना
कभी मुझे देर जो हो जाये
वक्त को थोड़ा बचा लेना
फिर से मिलूँगा मैं तुमको वहीं
जो न मिलूँ तो सज़ा देना
मेरी ज़मीं को तेरे कदम का
ना जाने कब से था इंतज़ार
इक ना इक दिन आना है तुमको
दिल को मेरे है ये ऐतबार
मैं खुदा से तेरे सिवा
कुछ और ना मागूँगा
कभी तुम्हें याद मेरी आए
इतनी सी बात समझ जाना
फिर से मिलूँगा मैं तुमको वहीं
राह से मेरी गुज़र जाना
पलक मुछाल
मेरे तुम्हारे ख्वाब वो सारे
देखे तो जो सच होंगे यहीं
होंगे जुदा ना, तुमने कहा था
आएगा पल ये सोचा नहीं
ये भी कहा था तुमने मुझे
मैं दूर न जाऊँगा
दिल को मेरे समझ आया
तेरा बिन बोले चले जाना
कभी तुम्हें याद मेरी आए
राह से मेरी गुज़र जाना
तुम अगर मनाओगे तो मान जाऊँगी
मैं तेरे बुलाने पे लौट आऊँगी
हर सफ़र में साथ तेरा
मैं यूँ ही निभाऊँगी
कभी तुम्हें याद मेरी आए
पलकों को अपनी उठा लेना
साफ दिखूँगी मैं तुमको वहीं
जो न दिखूँ तो बता देना