तूफान - Toofan (Fiddlecraft, The Family Man Season 2) – (हिन्दी में लिरिक्स)
Movie/Album: द फैमिली मैन 2 (2021)
Music By: फिडलक्राफ्ट
Lyrics By: फिडलक्राफ्ट
Performed By: फिडलक्राफ्ट
हम रहें ना रहें किसी को फरक पड़ता नहीं
हम रहते वहाँ पे जहाँ पे सूरज चढ़ता नहीं
काली अँधेरी दुनिया की महामारी सी मैं
क्या हो अगर बन जाऊँ मैं खुद ही शिकारी सी मैं
खा जाऊँ सारा जंगल, खा जाऊँ सारे भेड़ियों को
अब अरसा हो गया रगड़ते हुए एड़ियों को
मेरी आवाज़ को दबाओ मत
मैं कौन हूँ मुझको आइना दिखाओ मत
एक आग सी दबा के बैठी साँस में
चीखूँगी तो हो जाएगा छेद आकाश में
देखने की हिम्मत नहीं करना मेरी आँख में
इसमें काले फूल खिले उम्मीद की राख में
अब फटने का ज्वालामुखी हो जाएगी दुनिया दुखी
छुपो, भागो, दौड़ो, खतरे में तेरी जाँ
आने वाला तूफान है, तूफान है, तूफान है, तूफान है
तूफान है, तूफान है, तूफान है, तूफान है, तूफान है
आने वाला तूफान है, तूफान है, तूफान है, तूफान है
तूफान है, तूफान है, तूफान है
आने वाला तूफान है, तूफान है, तूफान है, तूफान है
तूफान है, तूफान है, तूफान है, तूफान है, तूफान है
कहाँ थे तुम जब मेरी सूरत पे मिल के सारे हँसते थे
मेरे रस्ते पे खड़े रहते थे मुझे नोचने को
कोई भी नहीं था आँसू पोंछने को
वक़्त मिला नहीं मुझे उतना सोचने को
चल हट, मैंने लात मारी अपनी तक़दीर को
छेड़ दिया तुमने एक नंगी शमशीर को
चल भाग, मौत आई
अब लपेट लो हाथ लगे जितना सामान
आने वाला तूफान है...
Music By: फिडलक्राफ्ट
Lyrics By: फिडलक्राफ्ट
Performed By: फिडलक्राफ्ट
हम रहें ना रहें किसी को फरक पड़ता नहीं
हम रहते वहाँ पे जहाँ पे सूरज चढ़ता नहीं
काली अँधेरी दुनिया की महामारी सी मैं
क्या हो अगर बन जाऊँ मैं खुद ही शिकारी सी मैं
खा जाऊँ सारा जंगल, खा जाऊँ सारे भेड़ियों को
अब अरसा हो गया रगड़ते हुए एड़ियों को
मेरी आवाज़ को दबाओ मत
मैं कौन हूँ मुझको आइना दिखाओ मत
एक आग सी दबा के बैठी साँस में
चीखूँगी तो हो जाएगा छेद आकाश में
देखने की हिम्मत नहीं करना मेरी आँख में
इसमें काले फूल खिले उम्मीद की राख में
अब फटने का ज्वालामुखी हो जाएगी दुनिया दुखी
छुपो, भागो, दौड़ो, खतरे में तेरी जाँ
आने वाला तूफान है, तूफान है, तूफान है, तूफान है
तूफान है, तूफान है, तूफान है, तूफान है, तूफान है
आने वाला तूफान है, तूफान है, तूफान है, तूफान है
तूफान है, तूफान है, तूफान है
आने वाला तूफान है, तूफान है, तूफान है, तूफान है
तूफान है, तूफान है, तूफान है, तूफान है, तूफान है
कहाँ थे तुम जब मेरी सूरत पे मिल के सारे हँसते थे
मेरे रस्ते पे खड़े रहते थे मुझे नोचने को
कोई भी नहीं था आँसू पोंछने को
वक़्त मिला नहीं मुझे उतना सोचने को
चल हट, मैंने लात मारी अपनी तक़दीर को
छेड़ दिया तुमने एक नंगी शमशीर को
चल भाग, मौत आई
अब लपेट लो हाथ लगे जितना सामान
आने वाला तूफान है...